🚩 अमेठी: गायत्री नगर में गूंजा एकजुटता का शंखनाद; हिंदू सम्मेलन में सामाजिक एकता और राष्ट्रभक्ति पर जोर
अमेठी के गायत्री नगर में गुरुवार शाम को एक भव्य हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कस्बे और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी एकता और जागरूकता का परिचय देने के लिए एकत्रित हुए।
🤝 एकता ही समाज की असली शक्ति सम्मेलन के मुख्य अतिथि विमल दास ने हिंदू समाज को संबोधित करते हुए एक बहुत ही मार्मिक और गहरी बात कही। उन्होंने जोर दिया कि:
- आपसी बंटवारा ही किसी भी समाज की सबसे बड़ी कमजोरी होती है।
- यदि समाज अपनी आंतरिक शक्ति को पहचान ले और एक सूत्र में बंध जाए, तो कोई भी वैश्विक चुनौती उसके सामने टिक नहीं सकती।
- उन्होंने समाज के प्रत्येक व्यक्ति से अपनी मूल पहचान और गौरवशाली इतिहास की ओर लौटने का आह्वान किया।
🛡️ अस्तित्व बचाने के लिए संगठन अनिवार्य मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह प्रांत ग्राम विकास प्रमुख रजनीश ने संगठन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा:
- किसी भी समाज का अस्तित्व पूरी तरह से उसके संगठन और अटूट एकता पर टिका होता है।
- इतिहास गवाह है कि जब भी कोई समाज खंडित हुआ है, वह न केवल कमजोर हुआ बल्कि उसका अस्तित्व भी खतरे में पड़ गया है।
- अतः हिंदू समाज को संगठित होकर अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के लिए समर्पित भाव से कार्य करना चाहिए।
🎯 निरंतर जारी रहेगा जागरूकता अभियान सम्मेलन के दौरान दिनेश तिवारी ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार के आयोजनों का उद्देश्य केवल एक दिन का सम्मेलन नहीं है। उन्होंने बताया:
- ऐसे कार्यक्रम विभिन्न स्थानों पर लगातार आयोजित किए जा रहे हैं ताकि हिंदू समाज को जागृत किया जा सके।
- इन आयोजनों का मुख्य लक्ष्य हिंदुओं को एक मंच पर लाना और उनकी सामूहिक शक्ति का एहसास कराना है।
👥 आयोजक और समापन इस सफल आयोजन में डॉ. त्रिवेणी सिंह और दिनेश तिवारी ने संयोजक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का समापन एक सशक्त संदेश के साथ हुआ कि समाज हित में सहयोग और संगठन ही प्रगति का एकमात्र मार्ग है।
