गायत्री परिवार न्यूज
होमश्रेणियाँखबर पोस्ट करेंहमारे बारे मेंसंपर्क
लॉगिनसाइन अप
Loading...

गायत्री परिवार न्यूज

सत्य, संस्कार और समाज सेवा से प्रेरित समाचार

लिंक

  • हमारे बारे में
  • संपर्क
  • श्रेणियाँ

नीतियां

  • गोपनीयता नीति
  • नियम और शर्तें

संपर्क

  • editor@gayatripariwarnews.com
© 2025 गायत्री परिवार न्यूज
RSS

    गायत्री परिवार न्यूज

    Loading...
    ✨ सदबुद्धि का महायज्ञ: राजनांदगांव में गायत्री परिवार ने किया संस्कारों का अवतरण!

    ✨ सदबुद्धि का महायज्ञ: राजनांदगांव में गायत्री परिवार ने किया संस्कारों का अवतरण!

    10 घंटे पहले
    3925 बार देखा गया
    राजनांदगांव, छत्तीसगढ़

    🕉️ आस्था और सत्कर्म का अद्भुत संगम

    छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में स्थित महरुम खुर्द गांव में हाल ही में एक आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर आयोजन हुआ। ग्रामवासियों ने मिलकर पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का भव्य अनुष्ठान संपन्न किया, जिसने पूरे क्षेत्र को भक्तिमय बना दिया।

    गायत्री परिवार के अनुसार, गायत्री का अर्थ है सदबुद्धि और यज्ञ का अर्थ है सत्कर्म। इन दोनों के मेल से ही मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह महायज्ञ इसी महान सिद्धांत का जीवंत उदाहरण था।


    👶 नए जीवन और ज्ञान का शुभारंभ

    इस महायज्ञ का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा विभिन्न संस्कारों का आयोजन था, जो भारतीय संस्कृति के आधार हैं:

    • 7 बहनों का पुंसवन संस्कार: गर्भस्थ शिशु के कल्याण और सदगुणों के विकास के लिए यह महत्वपूर्ण संस्कार किया गया।
    • 6 बालकों का विद्यारंभ संस्कार: ज्ञान के मार्ग पर पहला कदम रखते हुए, बच्चों को औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार किया गया।
    • 3 दीक्षा संस्कार: जीवन को एक नई दिशा देने और आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रतिज्ञा लेने वाले साधकों को दीक्षा प्रदान की गई।


    💡 विचारों में परिवर्तन ही एकमात्र समाधान!

    आज का युग भले ही विज्ञान और प्रगति का हो, लेकिन मानव समाज आस्था संकट और नशापान जैसे गंभीर दुर्गुणों से जूझ रहा है। ये बुराइयाँ एक महामारी की तरह समाज को जकड़ रही हैं। इस संकट का एकमात्र और प्रभावी समाधान है—विचारों में सकारात्मक परिवर्तन।

    अखिल विश्व गायत्री परिवार इसी सिद्धांत पर कार्य करता है। उनका मूल उद्देश्य है: 'मानव में देवत्व का उदय व धरती पर स्वर्ग का अवतरण'। गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने इसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आध्यात्मिक दृष्टि से गायत्री साधना को सर्वोपरि माना है।


    🙏 आयोजन समिति और ग्रामवासियों की भूमिका

    इस सफल आयोजन के मुख्य सूत्रधार गायत्री प्रज्ञा मंडल महरुम खुर्द के सदस्य थे। प्रमुख कार्यकर्ताओं में जोइधा वर्मा, मया वर्मा, जीवन वर्मा, और समस्त ग्रामवासियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और इस पुण्य कार्य को सफल बनाया।

    इस खबर को शेयर करें

    होमकेटेगरीपोस्ट